मिशन कर्मयोगी योजना 2022 क्या है और Mission Karmayogi Yojana (NPCSCB) 2022 Benefits एवं लक्ष्य, उद्देश्य व विशेषताएं जाने
2 सितंबर 2020 को सरकार द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मिशन कर्मयोगी योजना को मंजूरी दे दी गई है। यह योजना सिविल अधिकारियों की क्षमता बढ़ाने के लिए आरंभ की गई है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से मिशन कर्म योगी योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं। जैसे कि मिशन कर्मियों की योजना क्या है?, इस योजना का उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, संस्थागत ढांचा, iGOT कर्मयोगी मंच। तो दोस्तों यदि आप Mission Karmayogi Yojana से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपसे निवेदन है कि आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।

Mission Karmayogi Yojana 2022
Mission Karmayogi Yojana के माध्यम से सरकारी कर्मचारियों का स्किल डेवलपमेंट किया जाएगा। यह स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग प्रदान करके, ऑनलाइन कंटेंट प्रदान करके किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत ऑन द साइड ट्रेनिंग पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। यह योजना एक कौशल निर्माण कार्यक्रम है। इस योजना के माध्यम से सरकारी अधिकारियों की काम करने की शैली में भी सुधार आएगा। इस योजना के अंतर्गत नियुक्ति के बाद सिविल अधिकारी की क्षमता बढ़ाने के लिए उन्हें ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी। जिससे कि अधिकारियों का प्रदर्शन बेहतर हो पाएगा। Mission Karmayogi Yojana 2022 के दो मार्ग होंगे सव चलित तथा निर्देशित। यह योजना पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में चलाई जाएगी। जिसमें नई एचआर परिषद, चयनित केंद्रीय मंत्री तथा मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
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स्पेशल परपज व्हीकल का रोल
मिशन कर्मयोगी योजना के अंतर्गत एक स्पेशल पर्पस व्हीकल, कंपनी अधिनियम 2013 के सेक्शन 8 के अंतर्गत स्थापित किया जाएगा। यह स्पेशल परपज व्हीकल एक नॉनप्रॉफिट कंपनी होगी। जो कि iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म को मैनेज करेगी। स्पेशल परपज व्हीकल के अंतर्गत निम्नलिखित कार्य किए जाएंगे।
- मेड इन इंडिया प्लेटफार्म को बढ़ावा दिया जाएगा।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म को डिजाइन, इंप्लीमेंट तथा मैनेज किया जाएगा।
- टेलिमेटरी डाटाबेस स्कोरिंग, मॉनिटरिंग एंड एवल्यूशन ।
- फीडबैक एसेसमेंट।
Key Highlights Of Mission Karmayogi Yojana 2022
आर्टिकल किसके बारे में है | मिशन कर्मयोगी योजना |
किस ने लांच किया | भारत सरकार |
लाभार्थी | सरकारी कर्मचारी |
उद्देश्य | कर्मचारियों का कौशल विकास करना। |
साल | 2022 |
मिशन कर्मयोगी सिविल सेवा में किये गए बदलाव
सिविल सेवा से जुड़े सभी सरकारी अधिकारी तथा कर्मचारी किसी भी समय इस योजना के अंतर्गत प्रदान की जा रही ट्रेनिंग से जुड़ सकते है। इस योजना के तहत सरकारी अधिकारियो और कर्मचारियों की क्षमता को बढ़ाने के लिए मोबाइल ,लैपटॉप आदि के माध्यम से ट्रेनिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस ट्रेनिंग में अलग अलग विभाग के टॉप सलाहकारों को भी शामिल किया जायेगा। इसमें ऑफ साइट सीखने के कॉन्सेप्ट को बेहतर बनाते हुए ऑन द साइट सीखने के सिस्टम पर भी बल दिया गया है | Mission Krmayogi yojana के लिए सरकार द्वारा 5 साल का बजट बना दिया गया है जिसमे कुल 510.86 करोड़ निर्धारित किया गया है।

मिशन कर्मयोगी योजना का उद्देश्य
मिशन कर्मयोगी योजना का मुख्य उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों की क्षमताओं को विकसित करना है। इसके लिए सरकार द्वारा कई सारे संशोधन किए जाएंगे। जैसे कि कर्मचारियों को ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी, ई लर्निंग कंटेंट प्रदान किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से सरकारी कर्मचारियों की कार्य क्षमता को बढ़ाया जाएगा। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मिशन कर्मयोगी का लक्ष्य भविष्य के लिए भारतीय सिविल सेवक को अधिक रचनात्मक, कल्पनाशील, सक्रिय, पेशेवर, प्रगतिशील, ऊर्जावान, सक्षम, पारदर्शी और प्रौद्योगिकी-सक्षम बनाकर तैयार करना है।
Mission Karmayogi Yojana 2022 संस्थागत ढांचा
मिशन कर्मयोगी योजना को हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में चलाया जाएगा। जिसमें केंद्रीय मंत्री तथा मुख्यमंत्री भी शामिल किए जाएंगे। इसी के साथ प्रधानमंत्री के सार्वजनिक मानव संसाधन परिषद, क्षमता निर्माण आयोग, ऑनलाइन परीक्षण के लिए iGOT तकनीकी मंच, स्पेशल परपज व्हीकल तथा कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली सामान्य इकाई भी शामिल की गई है।
#MissionKarmayogi-National Program for Civil Services Capacity Building approved in today’s cabinet will radically improve the Human Resource management practices in the Government. It will use scale & state of the art infrastructure to augment the capacity of Civil Servants: PM pic.twitter.com/DQq9syc4F5
— ANI (@ANI) September 2, 2020
iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म क्या है?
iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म के माध्यम से डिजिटल लर्निंग सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म को एक ई लर्निंग सामग्री के लिए विश्व स्तरीय बाजार बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है। iGOT कर्मयोगी के माध्यम से कर्मचारियों का क्षमता निर्माण ई लर्निंग कांटेक्ट के माध्यम से किया जाएगा। इसी के साथ उन्हें कई अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। जैसे कि परिवीक्षा अवधि के बाद की पुष्टि, तैनाती, कार्य निर्धारण, रिक्तियों की अधिसूचना आदि।
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मिशन कर्मयोगी योजना बजट
मिशन कर्मयोगी योजना के लिए सरकार द्वारा 5 वर्षों की अवधि के लिए 510.86 करोड रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। जो कि लगभग 46 लाख केंद्रीय कर्मचारियों के लिए है। इस योजना के अंतर्गत एक स्वामित्व वाली विशेष प्रयोजन वाहन (special purpose vehicle) कंपनी का गठन किया जाएगा। जो कि कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के अंतर्गत किया जाएगा। यह एक non-profit ऑर्गेनाइजेशन होगी जो iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म का स्वामित्व और प्रबंधन करेगी।
कर्मयोगी योजना मिशन के अंतर्गत किन कौशल को विकसित किया जाएगा
Mission Karmayogi Yojana 2022 के अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों के कौशल विकास करने पर ध्यान दिया जाएगा। इस योजना के माध्यम से कर्मचारियों के कई सारे कौशलों को विकसित किया जाएगा। जिसमें से कुछ इस प्रकार है।
- क्रिएटिविटी
- कल्पनाशीलता
- इनोवेटिव
- प्रोएक्टिव
- प्रगतिशील
- ऊर्जावान
- सक्षम
- पारदर्शी
- तकनीकी तौर पर दक्ष आदि।
ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म
- परिवीक्षा अवधि के बाद की पुष्टि
- तैनाती
- कार्य निर्धारण
- रिक्तियों की अधिसूचना
- अन्य सेवा मायने रखती है
Mission Karmayogi के लाभ तथा विशेषताएं
- मिशन कर्मयोगी योजना का आरंभ 2 सितंबर 2020 को किया गया है।
- इस योजना का संचालन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किया जाएगा।
- मिशन कर्मयोगी योजना के माध्यम से सिविल अधिकारियों की क्षमता बढ़ाने का ट्रेनिंग के माध्यम से प्रयास किया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत ऑन द साइड ट्रेनिंग पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से प्रणाली में पारदर्शिता आएगी तथा अधिकारियों के काम करने की शैली में भी सुधार आएगा।
- Mission Karmayogi Yojana 2022 के दो मार्ग होंगे सर्व चलित तथा निर्देशित।
- इस योजना में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एक नई एचआर परिषद, चयनित केंद्रीय मंत्री तथा मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
- योजना के सफलतापूर्वक संचालन के लिए iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म का भी गठन किया गया है ल। जिसके माध्यम से ऑनलाइन कांटेक्ट उपलब्ध कराया जाएगा।
- मिशन कर्मयोगी योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा 5 वर्षों के लिए 510.86 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है।
- यह योजना लगभग 46 लाख केंद्रीय कर्मचारियों के लिए हैं।
- इस योजना के अंतर्गत एक स्वामित्व वाली विशेष परियोजना वाहन कंपनी का गठन किया जाएगा। जो iGOT कर्मयोगी की प्लेटफार्म का स्वामित्व और प्रावधान करेगी।
- मिशन कर्मियों की योजना के अंतर्गत कई सारी स्किल डेवलप की जाएगी जैसे कि क्रिएटिविटी, कल्पनाशीलता, इनोवेटिव, प्रगतिशील, ऊर्जावान, पारदर्शिता आदि
Conclusion
हमने अपने इस लेख के माध्यम से आपको मिशन कर्मयोगी योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर दी है। यदि आप अभी भी किसी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं तो आप हमसे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। आप का कमेंट हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम आपकी पूरी सहायता करने का प्रयास करेंगे। धन्यवाद।
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